जांबाज ब्रिगेडियर पिता को बेटी आश्ना ने दी मुखाग्नि,निभाया बेटे का फर्ज
ब्रिगेडियर लिड्डर का तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया था। कल रात उनका पार्थिव शरीर दिल्ली लाया गया था। ब्रिगेडियर का पार्थिव शरीर देख पत्नी और बेटी की आंखों से आंसुओं का सैलाब निकल पड़ा था। पर एक सैनिक की पत्नी और बेटी ने खुद को मजबूत किया और इस दुख की घड़ी में एक दूसरे का हाथ थाम लिया।ब्रिगेडियर लिड्डर की निशानी मिलते ही पत्नी की आंखों में आंसू छलक आए। बेटी ने पिता को मुखाग्नि दी और बेटे का फर्ज निभाया। वहीं इस दुख की घड़ी में बिग्रेडियर एलएस लिड्डर की पत्नी की आंखों के आंसू सूख गए हैं। दिल मजबूत कर अपने पति की अंतिम विदाई की रस्म पूरी करते हुए।कल रात दिल्ली में ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर का पार्थिव शरीर आने के बाद पत्नी ने उन्हें सलामी दी। शायद कह रही हों.. अलविदा मेरे हमसफर..