एक बार फिर सुर्खियों में उत्तराखंड कर्मकार कल्याण बोर्ड, सड़ जाएं लेकिन श्रमिकों को नहीं देंगे, जिम्मेदार कौन?
देहरादून : उत्तराखंड में विवादों में रहने वाला कर्मकार कल्याण बोर्ड एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. वैसे तो विभाग के मंत्री हरक सिंह रावत और अध्यक्ष शमशेर सिंह अक्सर आपस में विवाद को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। लेकिन एक बाऱ फिर से कर्मकार कल्याण बोर्ड सुर्खियों में आ गया है। बोर्ड से घोटाला की बू आई है जिसका खुलासा कांग्रेस ने किया है, वो है साइकिल घोटाला। बता दें कि इससे पहले भी साइकलि घोटाले का मामला सुर्खियों में रह चुका है और इस बार एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। बता दें कि इस बार श्रमिकों के लिए खरीदी गई साइकिलें ही है.
आपको बता दें कि दरअसल देहरादून के हरबर्टपुर में हजारों साइकिलें श्रमिकों के लिए खरीदी गईं. लेकिन वह मजदूरों को नहीं बांटी गई. ऐसे में अब ये साइकिलें बारिश के इस मौसम में जंग खा रही हैं।जानकारी के तहत एक दिन पहले ही कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने इन साइकिलों के खुले में रखे होने एवं जंक खाने की बात को उजागर किया था. जिसके बाद अब उत्तराखंड कर्मकार कल्याण बोर्ड की सचिव मधु नेगी ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।
बड़ा सवाल ये है कि आखिर श्रमिकों को साइकिल क्यों नहीं बांटी गई जो की पड़े पड़े जंग खा रही है। बारिश के कारण तो साइकिलों का हाल और बुरा हो गया है जिससे एक ही बात कही जा रही है कि सड़ने देंगे लेकिन श्रमिकों को नहीं बांटेंगे। आखिर इसका जिम्मेदार कौन हैं। कर्मकार बोर्ड के अध्यक्ष और जिम्मेदार मंत्री का तो मामला ही अलग है। दोनों के बीच का विवाद अक्सर सामने आते रहा है। दोनों एक दूसरे पर जुबानी हमला करते रहते हैं लेकिन जो विभाग का काम है और जो अनदेखी हो रही है उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।