सेना की तर्ज पर उत्तराखंड में शहीद पुलिसकर्मियों की याद में बनेगा शौर्य स्मारक, अब तक शहीद हुए इतने पुलिसकर्मी
देहरादून सेना की तर्ज पर उत्तराखंड में भी शौर्य स्मारक बनेगा। जिसमे शहीद हुए वीर पुलिसकर्मियों की वीर गाथा लिखी जाएगी। शहीदों की छाप को अमिट किया जाएगा। जी हां आपको बता दें कि ड्यूटी के दौरान अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए अपनी जान गंवाने वाले पुलिसक्रमियों की वीरगाथा शौर्य स्मारक पर लिखी जाएगी। सेना की तर्ज पर शहीद पुलिस जवानों के बलिदान को याद रखने के लिए जल्द ही प्रदेश में पुलिस शौर्य स्मारक की स्थापना की जाएगी। गृह मंत्रालय की ओर से पुलिस महानिदेशक को शौर्य स्मारक की स्थापना करने के दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
आपको बता दें कि राज्य स्थापना से अब तक 191 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं। कुछ पुलिस कर्मी कोरोना से जंग लड़ते हुए शहीद हुए तो कोई अपराधियों से लोहा लेते हुए। अब इन शहीद पुलिस जवानों की याद में पुलिस शौर्य स्मारक तैयार किया जाएगा। पहाड़ी राज्य होने के चलते प्रदेश में प्राकृतिक आपदाएं आती रहती हैं। 2013 में केदारनाथ त्रासदी, 2021 में रैणी आपदा, बदमाशों की धरपकड़, मुठभेड़, कोरोना संक्रमण के दौरान फ्रंट लाइन में ड्यूटी करते हुए 21 सालों में 191 पुलिसकर्मी शहीद हो चुके हैं। इनमें 138 कांस्टेबल, 36 हेड कांस्टेबल, 14 सब इंस्पेक्टर, दो इंस्पेक्टर व एक डिप्टी एसपी शामिल हैं।
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि गृह मंत्रालय के आदेश पर पहले पुलिस लाइन में पुलिस शौर्य स्मारक बनाने की योजना थी, लेकिन किन्हीं कारणों के चलते शौर्य स्थल पुलिस लाइन से बाहर बनाने की बात कही गई। ऐसे में अब सहस्रधारा रोड पर ननूरखेड़ा क्षेत्र में पुलिस शौर्य स्मारक के लिए जमीन तलाशी जा रही है।