VIDEO : फूट-फूट कर रोए विधायक, टिकट के लिए छुड़वाई पत्नी की सरकारी नौकरी, मंत्री पर गंभीर आरोप
रुड़की : भाजपा द्वारा इस बार कई विधायकों का टिकट काटा गया है जिसमे रुद्रपुर से राजकुमार ठुकराल समेत झबरेड़ा से विधायक देशराज कर्णवाल भी शामिल हैं। वहीं अब मीडिया के सामने झबरेड़ा विधानसभा से भाजपा विधायक का दर्द छलका। दरअशल वो अपनी पत्नी के लिए पार्टी से टिकट मांग रहे थे और इसके लिए उन्होंने पत्नी को भी सरकारी नौकरी से रिजाइन करवा दिया था लेकिन जब उनको टिकट नहीं मिला तो उनका धक्का लगा।
विधायक देशराज कर्णवाल ने मंत्री यतीश्वरानंद पर आश्वासन देेते हुए पत्नी की नौकरी छोड़ने का आरोप लगाया और फफक फफक कर रोए। विधायक का रोते हुए का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। भाजपा द्वारा टिकट काटे जाने पर उनका दर्द छलका। दरअसल वो इस चुनाव अपनी पत्नी के लिए टिकट मांग रहे थे। लेकिन टिकट किसी और को दिए जाने पर आज मीडिया के सामने अपना दर्द बयां करते हुए देशराज कर्णवाल ने कहा कि उनकी टिकट को लेकर कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानंद से बात हुई थी। उनकी टिकट को लेकर कैबिनेट मंत्री के साथ सीएम से बात हुई थी और उन्होंने आश्वासन दिया था कि पार्टी उनकी पत्नी वैजयंती माला को टिकट देगी लेकिन ऐन वक्त पर टिकट काटकर किसी और को दे दिया गया।
देशराज कर्णवाल एक बार फिर मीडिया के सामने रो पड़े। उन्होंने यह भी कहा कि वह भाजपा के सिपाही हैं और रहेंगे। उन्होंने दुख भी ज़ाहिर किया कि उन्हें इतना विकास और सेवा करने के बावजूद भी पार्टी ने टिकट नहीं दिया। झबरेड़ा विधायक ने कहा कि फिर से भाजपा कमल खिलाएगी।
देशवाल कर्णवाल ने कहा कि कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानंद ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को फोन करके मेरी पत्नी की नौकरी से रिजाइन करवाया और निशंक जी ने राजपाल की ज्वॉइनिंग करवाई, वो क्यों करवाई वो चौथा स्तंभ अच्छे से जानते हैं। देशराज कर्णवाल ने प्रत्याशी पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि किस आधार पर उन्हें टिकट दिया गया। कर्णवाल ने कहा कि मुझे अच्छा लगता अगर देश में मुझसे ज्यादा काम कराने वाले विधायक को टिकट देते या चुनाव लड़ाते।
देशराज कर्णवाल ने कहा कि मुझे ज्यादा दुख है अपनी पत्नी का कि उसकी नौकरी से रिजाइन करवा दिया। उन्होंने कहा कि निशंक जी चतुर हैं। इस बात पर उनकी पत्नी उन्हें रोकती है लेकिन वो पत्नी को डांटते हुए कहते हैं कि वो बोलेंगे। आफको बता दें कि देशराज कर्णवाल की पत्नी शिक्षिका थी। उनका आऱोप है कि टिकट का आश्वासन देकर यतीश्वरानंद ने उनकी नौकरी छुड़वाई।