AAP प्रवक्ता ने कुत्ते से की उत्तराखंड के लोगों की तुलना, जमकर ट्रोल, केजरीवाल की मेहनत पर फेरा पानी
उत्तराखंड में आप आदमी पार्टी के खिलाफ प्रदेश की जनता में रोष है। बता दें कि उत्तराखंड में आप प्रदेश प्रवक्ता उमा सिसोदिया ने टीवी चैनल डिबेट में एक ऐसा बयान दिया है जिससे सियासी हलचल मच गई है। आप प्रवक्ता उमा सिसोदिया सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रही है। लोग गुस्सा जाहिर कर रहे हैं और उत्तराखंड में आप की सत्ता ना आने के पक्ष में है। उमा सिसोदिया के बयान से लोगों को दुख हुआ है। हालांकि उमा सिसोदिया ने इस बयान के लिए माफी भी मांग ली है।
आपको बता दें कि एक टीवी चैनल में डिबेट के दौरान उमा सिसोदिया ने राज्य की तुलना कुत्तों से की और कुछ आपत्तिजनक बयान दिए है जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। एक अन्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि ‘राज्य को नेगी, रावतों और पहाड़ी जाति के लोगों द्वारा लूटा गया’ है। उत्तराखंड के लोगों में इससे रोष है और लोग उमा सिसोदिया समेत आप पर जमकर भड़ास निकाल रहे हैं।
बता दें कि एक ओर उत्तराखंड में सत्ता की कुर्सी में काबिज होने के लिए आप संयोजक अरविंद केजरीवाल उत्तराखंड आए और लोगों को 300 यूनिट फ्री बिजली देने का वादा कर गए। तो वहीं दूसरी ओर आप प्रवक्ता उमा सिसोदिया ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया और ऐसा बयान दे दिया जिससे उत्तराखंड की जनता राज्य में आप की सरकार लाने के पक्ष में नहीं दिख रही है। ट्विटर पर वायरल इस वीडियो पर लोगों ने अपनी कई टिप्पणियाँ दीं, जिसमें आम आदमी पार्टी एवं प्रवक्ता उमा की खूब आलोचना हो रही है।
बता दें कि उमा सिसोदिया के एक वीडियो कॉन्फ्रेंस का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इसमें वह उत्तराखंड राज्य की तुलना सड़क के कुत्ते से कर रही हैं। उमा ने अपने बयान में कहा कि आपने देखा होगा कि खाने-पीने की दुकानों के सामने कुत्ते खड़े होते हैं। लोग उन कुत्तों को लतियाते हैं, जिसके कारण वे कुछ दूर चले जाते हैं। इसके बाद एक रोटी फेंकने पर कुत्ते पुनः पास आना शुरू हो जाते हैं। आज उत्तराखंड की जनता के हालात भी लगभग वही हो चुके हैं
एक अन्य वीडियो भी फेसबुक पर वायरल हो रहा है, जिसमें उमा सिसोदिया यह कहती हैं कि उत्तराखंड को एक लंबे समय से पहाड़ी उपनाम वाले लोगों ने ही लूटा है। एक टीवी इंटरव्यू के दौरान उमा सिसोदिया ने कहा कि यह सुनकर दुख होता है कि 20 साल से उत्तराखंड को लूटा जा रहा है। उत्तराखंड को लूटा किसने? वही रावत, नेगी, तोमर, चौहान जो पहाड़ी सरनेम (उपनाम) वाले लोग हैं। इसके बाद हम मैदानी और पहाड़ी की बात करते हैं।