देवस्थानम बोर्ड मामला : तीर्थपुरोहितों में बढ़ता आक्रोश, अब PM मोदी को भेजा खून से लिखा पत्र

देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर केदारनाथ में तीर्थपुरोहितों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उनका कहना है कि सरकार उनकी मांग को लेकर गंभीर नहीं दिख रही है और इसके पक्ष में भी नहीं है इसलिए अब तीर्थपुरोहितों ने अपना आंदोलन तेज कर दिया है। आपको बता दें कि देवस्थानम बोर्ड भंग करने के लिए केदारनाथ के तीर्थपुरोहित संतोष त्रिवेदी ने खून से लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजा है। उन्होंने पत्र में तीर्थपुरोहितों की रक्षा के लिए जल्द से जल्द देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग की है। उन्होंने लिखा है कि सनातन धर्म की पौराणिक परंपराओं के साथ छेड़छाड़ किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 

बता दें कि कई दिनों से केदारनाथ में बड़ी संख्या में तीर्थपुरोहितों ने धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। वहीं अखिल भारतीय तीर्थपुरोहित युवा महासभा के उपाध्यक्ष और केदारनाथ तीर्थपुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी ने प्रधानमंत्री को खून से लिखा पत्र भेजा। इस दौरान उन्होंने तीर्थपुरोहितों के हितों की रक्षा के लिए शीघ्र देवस्थानम बोर्ड भंग करने की मांग की। 

आचार्य संतोष त्रिवेदी ने कहा कि बीते दो सालों से उत्तराखंड के चारों धामों में देवस्थानम बोर्ड का विरोध चल रहा है किंतु राज्य सरकार मौन बैठी है।उसे इस आंदोलन से कोई लेना देना नहीं है।  तीर्थपुरोहितों से कोई वार्ता नहीं की जा रही है। इसी के विरोध में केदारनाथ में बुधवार को अपने आंदोलन को उग्र करते हुए प्रधानमंत्री को खून से लिखा पत्र भेजा गया। कहा कि सनातन धर्म की पौराणिक परंपराओं के साथ छेड़छाड़ किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बोर्ड के खिलाफ तीर्थ-पुरोहितों ने आंदोलन तेज करने की भी चेतावनी दी है। कहा कि बोर्ड को भंग करने के लिए प्रदेशभर के तीर्थ-पुरोहित सीएम आवास कूच कर अपना विरोध दर्ज कराएंगे। 

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