बड़ी खबर : उत्तराखंड में कांग्रेस की दूसरी लिस्ट जारी होने के बाद इन सीटों पर बगावत हुई तेज…पढ़िए
हल्द्वानी। शनिवार देर शाम कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी की जिसमे 11 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। लेकिन दूसरी लिस्ट जारी होने के बाद कांग्रेस में बगावत तेज हो गई है। भाजपा के बाद कांग्रेस में भी बगावत का दौर जारी हो गया है और नाराजगी और तेज हो गया है। दावेदारों समेत उनके समर्थकों मं भारी नाराजगी है। आपको बता दें कि कालाढूंगी, लालकुआं से लेकर रामनगर में भी यही स्थिति है। यानी राह पूर्व सीएम हरीश रावत की भी आसान नहीं है।
दरसअल कांग्रेस की पहली लिस्ट के आने के बाद पिथौरागढ़, बागेश्वर से लेकर ऊधम सिंह नगर में भी बगावत के सुर फूटे तो वहीं, सोमवार रात जैसे ही 11 प्रत्याशियों का नामों का ऐलान हुआ तो कई जगहों पर बगावत के सुर सुनने को मिले। रामनगर से कार्यकारी अध्यक्ष का टिकट काटकर पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को मैदान में उतारा। रणजीत रावत के समर्थकों में मायूसी छा गई। अब पार्टी और हरदा की निगाहें भी रणजीत के अगले कदम पर टिकी हुई है। वहीं, लालकुआं में हरीश चंद्र दुर्गापाल और हरेंद्र बोरा को नजर अंदाज कर कांग्रेस द्वारा संध्या डालाकोटी को टिकट दिए जाने के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल ने निर्दलीय चुनाव मैदान में लड़ने का ऐलान किया है।
फिलहाल लालकुआं सीट पर कांग्रेस के टिकट बंटवारे को लेकर हरीश चंद्र दुर्गापाल के समर्थकों ने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को टिकट बेचे जाने का आरोप लगाया है और हरीश चंद्र दुर्गापाल को निर्दलीय चुनाव मैदान में उतारने का ऐलान किया है।
कालाढूंगी विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने पूर्व सांसद महेंद्र पाल पर भरोसा जताया है जिससे दो बार निर्दलीय चुनाव लड़कर अपना दम दिखा चुके कांग्रेस प्रदेश महासचिव महेश शर्मा नाराज हो गए है। खबर है कि सोमवार को पूर्व सीएम हरीश रावत ने उनको फोन करके बधाई दी थी लेकिन कहा जा रहा है कि वो गुटबाजी का शिकार हुए हैं। दिल्ली में हुई मुख्य चुनाव समिति की बैठक में अचानक समीकरण बदलने पर पार्टी ने पूर्व सांसद महेंद्र पाल को टिकट दिया। कांग्रेस के इस फैसले से महेश शर्मा के समर्थकों में नाराजगी है।