देहरादून से बड़ी खबर : हत्या के लिए 10 लाख की सुपारी लेने वाला कुख्यात बदमाश का भरोसेमंद शूटर गिरफ्तार
हरिद्वार के नव विवाहित जोड़े की हत्या के लिए 10 लाख की सुपारी लेने के आरोप में फरार चल रहा शूटर पंकज वाल्मीकि को एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने चंद्रबनी इलाके से गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि पंकड वाल्मीकि ने पौड़ी जेल में बंद कुख्यात अपराधी नरेंद्र वाल्मीकि के कहने पर हत्या की सुपारी ली थी. लेकिन इस साजिश की भनक पुलिस को लग गई और एक के बाद एक कर अब तक कई आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पुलिस ने आऱोपियों के पास से हथियार भी बरामद किए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार पौड़ी जेल में बंद गैंगस्टर नरेंद्र वाल्मीकि जेल से ही अपना नेटवर्क चला रहा था। उसके पास फोन से लेकर कई सामान बरामद हुए। जानकारी मिली है कि आज गिरफ्तार आरोपी पंकज उसका भरोसेमंद शूटर है जो उसके इशारे पर किसी की भी हत्या की सुपारी ले लेता है। इस मामले में एसटीएफ का कहना है कि नरेंद्र वाल्मीकि ने जेल से ही पंकज को हरिद्वार के एक नवविवाहित जोड़े को जान से मारने के लिए सुपारी दी थी। पकंज को कहा गया था कि जब ये जोड़ा कोर्ट पहुंचे तो उन्हें शूट कर देना लेकिन पुलिस की सतर्कता के चलते ये साजिश नाकाम हो गई।
बता दें कि एसओजी और क्लेमेनटाउन पुलिस ने इससे पहले नीरज पंडित, निवासी हरियाणा, सचिन निवासी मुजफ्फरनगर और अंकित, निवासी सहारनपुर को गिरफ्तार किया। तीनों के खिलाफ पहले से गैंगस्टर में मामले दर्ज हैं।एसटीएफ का कहना है कि जांच में यह बात भी सामने आयी है कि नरेंद्र वाल्मीकि ने जेल से ही हरिद्वार के नवविवाहित जोड़े और 02 अन्य लोगों को भी मारने की 10 लाख की सुपारी ली थी।
वहीं एसटीएफ को पता चला कि राजकुमार त्यागी, निवासी ग्राम काशीपुर, थाना मंगलौर, जिला हरिद्वार और नीरज त्यागी निवासी ग्राम तुलसीपुर थाना मंगलौर जिला हरिद्वार ने ही नवदंपति जोड़े की हत्या के लिए सुपारी दी थी। एसटीएफ ने पति-पत्नी की सुपारी देने पर राजकुमार और नीरज त्यागी को भी मंगलौर से गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन पंकज हत्थे नहीं चढ़ रहा था। पंकज काफी समय से फरार था जिसकी पुलिस तलाश कर रही थी। पंकज ही नरेंद्र वाल्मीकि का मुख्य शूटर है। पंकज पर हत्या, जानलेवा हमला, गुंडा एक्ट, आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर समेत कई संगीन धाराओं में आधा दर्जन से ज्यादा मुकदमे यूपी और उत्तराखंड में पहले से ही दर्ज हैं। हालांकि नरेंद्र वाल्मीकि गैंग के कई अन्य फरार सदस्यों की भी तलाश चल रही है। पंकज की मदद से उम्मीद है जल्द ही वह भी सलाखों के पीछे होंगे।,