नरेंद्र गिरी की मौत मामले से जुड़ी बड़ी खबर, समाधि खुदवाएगी सीबीआई!
नरेंद्र गिरी की मौत मिस्ट्री बनी हुई है। उन्होंने आत्महत्या की या साजिश के तहत उनकी हत्या हुई है इसकी जांच अब सीबीआई करेंगी। जी हां बता दें कि योगी सरकार की सिफारिश पर इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। वहीं सीबीआई ने जांच शुरु कर दी है। जानकारी मिली है कि कुछ संतों को यह भी लग रहा है कि सीबीआइ अपनी जांच के दौरान समाधि खुदवा कर पार्थिव शरीर देख सकती है। कहां और कैसे चोट लगी है? शरीर में कैसा निशान है? इस सबकी पड़ताल करने के लिए पार्थिव शरीर बाहर निकाला जा सकता है। श्रीमहंत रवींद्र पुरी कहते हैैं कि सीबीआइ चाहेगी तो पार्थिव शरीर बाहर निकाला जाएगा। फिर परंपरा के अनुरूप पुन: समाधि दी जाएगी।
वहीं दूसरी ओर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के उत्तराधिकारी (श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी के पीठाधीश्वर) का फैसला सीबीआइ जांच पूरी होने तक टाल दिया गया है। श्री निरंजनी अखाड़े के पंच परमेश्वर ही तब तक श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी और बड़े हनुमान मंदिर की व्यवस्था देखेंगे। इस मुद्दे पर गुरुवार को श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी में श्रीनिरंजनी अखाड़ा के पंचों में मंत्रणा होती रही। आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद भी इसमें शामिल हुए।
किसी को न नरेंद्र गिरि के फांसी लगाने पर विश्वास है, न कोई कथित सुसाइड नोट को सही मान रहा है। सुसाइड नोट की लिखावट व हस्ताक्षर, अलग-अलग पन्नों पर स्याही का रंग चर्चा का विषय रहा। दोपहर बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि भी सलाह के लिए श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी में बुलाए गए। उन्होंने इतना ही कहा कि जांच का निष्कर्ष आने तक पीठाधीश्वर के मसले पर फैसले से बचना उपयुक्त होगा। वैसे उनका यह भी कहना था कि निरंजनी अखाड़ा के पंच परमेश्वर जो फैसला लेंगे, उसे परिषद की स्वीकृति रहेगी।