उत्तराखंड पुलिस विभाग के चर्चित मामले में दारोगा को बड़ी राहत,डीजीपी सिद्धू पर लगाए थे गंभीर आरोप

देहरादून : उत्तराखंड पुलिस विभाग के चर्चित मामलों में से एक दारोगा निर्विकार चौधरी को कोर्ट से 7 साल बाद बड़ी राहत मिली है, वो अब रिटायर हो गए हैं। बता दें कि सेवानिवृत्त दारोगा निर्विकार चौधरी के खिलाफ दर्ज दो केस कोर्ट के आदेश पर वापस हो गए हैं।

दारोगा पर आरोप था कि 2014 में उन्होंने तत्कालीन पुलिस महानिदेशक बीएस सिद्धू पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया थाऔर मीडिया को बुलाकर पीसी की थी। पीसी करने के बाद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद वो  सुर्खियों में आ गए थे। इतना ही नहीं उन्हें इसके बाद निलंबित कर दिया था और मुकदमा दर्ज किया गया था। लेकिन इसके बाद फिर से दारोगा ने मीडिया को बयान दिया था औऱ डीजीपी पर गंभीर आरोप लगाए थे। उनके खिलाफ दो मुकदमे दर्ज किए गए थे।

दारोगा का आरोप था कि वन विभाग की संरक्षित भूमि की खरीद फरोख्त में तत्कालीन डीजीपी की भी मिलीभगत है।इस मामले में उन्होंने मई 2014 को एक होटल में प्रेस कांफ्रेंस की थी। ऐसे में दारोगा के खिलाफ शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद उन्होंने टीवी चैनल में भी अपना बयान जारी कर आरोपों को दोहराया था। उस समय उन्हें निलंबित कर एक और मुकदमा दर्ज किया गया था। गत सितंबर को शासन ने इन मुकदमों को वापस लेने के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था।

दारोगा निर्विकार चौधरी के अधिवक्ता एसके धर ने बताया कि इन मामलों में दूसरे पक्ष को भी सुना गया। इसमें उन्होंने अपील की थी कि वह जनहित में नहीं हैं। कोर्ट ने इन तर्कों को खारिज करते हुए मुकदमों वापस लेने के सरकार के प्रार्थनापत्रों को स्वीकार कर लिया है। कोर्ट ने दोनों मुकदमों का ही निपटारा कर दिया गया है।

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