इनाम की धनराशि सेवा में कर दी समर्पित,मिशन हौसले की अद्भुत कहानी,पढ़िए पूरी खबर।
कोरोना महामारी के दौरान उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार द्वारा मिशन हौसले की शुरुआत की गई। इस मिशन की शुरुआत के बाद पुलिस एक अलग किरदार में नजर आई। पुलिसकर्मी अपने सबसे बड़े कप्तान के आदेश को पत्थर की लकीर मानते हुए लोगों की सेवा में दिन रात जुटे हुए है।
इसी परिपेक्ष में एक इंस्पेक्टर ने अपनी इनाम राशि लोगों की सेवा में न्यौछावर कर दी। देहरादून जीआरपी प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार ने एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया जिसके इनाम स्वरूप उनको 10000rs की धनराशि मिली। खुद कोविड संक्रमण को हराकर ड्यूटी पर लौटे दिनेश कुमार ने जब देखा कि लोग स्टेशन पर परेशान घूम रहे है तो उन्होंने अपने उच्चाधिकारी एसपी जीआरपी मंजूनाथ टीसी और एएसपी जीआरपी मनोज कत्याल से बात की और मिशन हौसले में एक और उपलब्धि जोड़ते हुए रेलवे पुलिस की मेस में महिला पुलिसकर्मियों द्वारा भोजन तैयार कर रेलवे स्टेशन पर बैठे यात्रियों को भोजन करवाया।
एसपी रेलवे मंजूनाथ टीसी ने बताया कि संज्ञान में आया था कि रेलवे स्टेशन के आस पास सभी ढाबे,रेस्टोरेंट बन्द होने को वजह से अपनी ट्रैन का इंतेजार कर रहे यात्री परेशान घूम रहे है। प्रभारी निरीक्षक देहरादून जीआरपी ने मेस से खाना बनवाकर यात्रियों को बंटवाया।जीआरपी अपने स्तर पर यात्रियों की सेवा में जुटी है।
एएसपी जीआरपी मनोज कत्याल ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक जीआरपी देहरादून द्वारा एक सराहनीय प्रयास किया गया है। हर पुलिसकर्मी दिन रात लोगों की सेवा के साथ साथ हौसला देने का कार्य कर रहा है।