हरिद्वार में हत्या का खुलासा : हवस मिटाने के लिए पुजारी करता था युवक के साथ कुकर्म, लगाया करंट
मंगलौर। मंगलौर कोतवाली पुलिस ने पुजारी की हत्या का खुलासा करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। मामले का खुलासा हरिद्वार एसएसपी ने किया है। आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया कि पुजारी अक्सर उसके साथ कुकर्म करता था और उसके बदले पैसे देता था। एक दिन पुजारी ने उसको को चोरी के मामले में फंसाने की धमकी दी थी जिस से बचने के लिए उसने बिजली का करंट लगाकर पुजारी की हत्या कर दी।
मंगलौर कोतवाली में घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी हरिद्वार योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि कोतवाली क्षेत्र के नसीरपुर गांव में मंदिर के पुजारी सुखराम उर्फ सूखा की 17 सितंबर को हत्या कर दी गई थी। हत्या के मामले में संदीप पुत्र ह्रदयराम निवासी रणसुरा देवबंद ने मुकदमा दर्ज करवाया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर हत्यारोपी की तलाश शुरू की थी और इसके लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया टीमों ने साक्ष्यों के आधार पर एक आरोपी धर्मेंद्र पुत्र राजवीर निवासी मीरगपुर को गिरफ्तार किया। पूछताछ में बताया कि वह 32 साल का है और उसकी शादी नहीं हुई है। बताया कि वह और सुखराम 2 से 3 साल से एक दूसरे को जानते हैं और दुग्चैड़ी स्थित गन्ना सेंटर में चौकीदारी का काम करते थे। एक दिन सुखराम ने उसे 2000 का नोट दिखाया और कमरे में ले गया जहां सुखराम ने उसके साथ उसके साथ कुकर्म किया। आरोपी ने बताया कि सुखराम अक्सर उसके साथ कुकर्म किया करता था और उसके एवज में पैसे देता था।
आरोपी ने बताया कि जब सुखराम नसीरपुर स्थित मंदिर में आ गया था तब भी उसने कई बार उसे बुलाया और कुकर्म किया। आरोपी की माने तो अब सुखराम उसे कुकर्म करने के बाद पैसे भी नहीं देता था। आरोपी ने बताया कि घटना वाली रात वह अपने गांव से साइकिल पर चलकर नसीरपुर पहुंचा था देर रात पहुंचने पर उसने जब बाबा से खाना मांगा तो सुखराम ने खाना देने से मना कर दिया वही जब वह आरोपी के साथ कुकर्म करने लगा तो उसने पैसे की मांग की लेकिन बाबा सुखराम ने पैसे देने से इनकार कर दिया।
बाबा ने कहा कि अब वह मन्दिर का महंत है और अगर उसने पैसे मांगे तो मन्दिर में चोरी के आरोप में फंसा देगा। आरोपी ने अपने बचाव के लिए बाबा सुखराम की बिजली का करंट लगाकर हत्या कर दी। आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कोश्यारी, उप निरीक्षक एवं प्रभारी एसओजी जहांगीर अली, वरिष्ठ उपनिरीक्षक रफत अली, उप निरीक्षक कुलेंद्र रावत एनके बच कोटी, हेड कांस्टेबल एहसान अली, कांस्टेबल अशोक, कपिलदेव, सुरेश रमोला,महिपाल तोमर, प्रभाकर,रविंद्र खत्री,नितिन और चालक दीपक नेगी शामिल रहे