हरिद्वार : नशा तस्करों से वर्दीधारियों की सांठगांठ का बड़ा खुलासा, 8 को पहाड़ चढ़ाया
हरिद्वार : पुलिस को जनता का सेवक कहा जाता है। उत्तराखंड पुलिस नशा तस्करी रोकने और युवाओं को नशे में जकड़ने से बचाने के लिए कई अभियान चलाए हुए है लेकिन जब पुलिस कर्मी ही नशाखोरों के साथ मिलकर कारोबार करने लगेंगे तो राज्य औऱ देश के युवाओं का भविष्य क्या होगा आप अंदाजा लगा सकते हैं। बता दें कि ताजा मामला ज्वालापुर का है जहां कई पुलिसकर्मियों की नशा खोरों के साथ मिली भगत का मामला सामने आया है।
बता दें कि ज्वालापुर में एसटीएफ की टीम की ओर से नशा तस्करों पर की गई कार्रवाई के बाद चल रही जांच में कॉल डिटेल के आधार पर 8 पुलिसकर्मियों की ओर हिस्ट्रीशीटर नशा तस्कर से सांठगांठ सामने आई है. इन पुलिसकर्मियों को ट्रांसफर पहाड़ी जिलों में कर दिया गया है. आपको बता दें कि ज्वालापुर थाना क्षेत्र में एसटीएफ देहरादून की टीम ने 16 अप्रैल को छापा मारते हुए हिस्ट्रीशीटर सत्तार उसके भतीजे राहिल और एक महिला को गिरफ्तार किया था इसके साथ ही नशा तस्करों से सांठगांठ रखने के आरोप में ज्वालापुर कोतवाली के सिपाही अमजद हुआ नारकोटिक सेल में तैनात सिपाही रईस राजा को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था इसके साथ ही दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी किया गया.
पुलिस ने पिछले दिनों में नशा तस्करों पर गैंगस्टर के तहत मुकदमा भी दर्ज किया. इसके साथ ही डीजीपी ने जांच के आदेश दिए थे जांच में 8 पुलिसकर्मियों के हिस्ट्रीशीटर सत्तार से फोन पर बात करने की जानकारी सामने आई है.जिसके बाद डीआइजी गढ़वाल नीरू गर्ग ने सभी का पहाड़ तबादल कर दिया है।
इस मामले पर एसएसपी सेंथिल अबुदई ने बताया कि हेड कांस्टेबल विकास बलूनी को चमोली ज्वालापुर कोतवाली के सिपाही रविंद्र नेगी , मनमोहन को भी चमोली इनके अलावा हेमंत नारकोटिक्स सेल में तैनात सत्येंद्र चौधरी व अन्य थाना कोतवाली में तैनात विनोद, जयप्रकाश, हुकुम सिंह को ट्रांसफर रुद्रप्रयाग कर दिया गया है।