नैनीताल पुलिस ने किया दीक्षा हत्या का खुलासा, प्रेमी इमरान ने कुबूला जुर्म, इसलिए की हत्या
नैनीताल के होमस्टे में 15 अगस्त की रात दिशा मिश्रा हुए हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है पुलिस ने दिशा मिश्रा की हत्या करने वाले आरोपी ऋषभ उर्फ इमरान को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने खुलासा करते हुए कई अहम जानकारियां दी है। इमरान ने पुलिस की पूछताछ में अपना जुर्म कुबूल किया है। इमरान ने पुलिस को बताया कि वो एक साल से दीक्षा के साथ लिव इन में रह रहा है और दीक्षा के कहने पर ही उसने अपना नाम बदल कर ऋषभ तिवारी रखा था। यहां तक की इमरान की फेसबुक आईडी भी ऋषभ तिवारी के नाम से थी. दीक्षा मिश्रा पंडित थी तो इसलिए उसने दीक्षा के कहने पर अपना नाम ऋषभतिवारी रखा। कहा कि दीक्षा ने उसके नाम का टैटू बनाया था जो उसे पसंद नहीं था।
दीक्षा मिश्रा ऋषभ उर्फ इमरान के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रही थी
इमरान ने पुलिस को बताया गया की दीक्षा मिश्रा ऋषभ उर्फ इमरान के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रही थी।बताया कि वो और दीक्षा दोस्तों सहित नैनीताल घूमने आए इस दौरान होमस्टे के कमरा नंबर 307 में रात को 1:55 पर दीक्षा मिश्रा की जन्मदिन की पार्टी की गई. 15 अगस्त को चारों ने नैनीताल के माल रोड में केक काटा और रात को श्वेता उसके प्रेमी और दीक्षा ने शराब भी। इमरान ने बताया कि वो शराब नहीं पीता है इसलिए उन तीनों ने शराब पी उसने नहीं। रात में ऋषभ उर्फ इमरान ने दीक्षा की गला दबाकर हत्या कर दी गई और वह होटल से भाग गया।
दीक्षा की इस बात से आग बबूला होकर की हत्या
इमरान ने बताया कि रात को उसने दीक्षा के फोन में पुराने प्रेमी के मैसेज देखे थे जिससे उसको गुस्सा आ गया। दोनों के बीच धक्का मुक्की हुई और गुस्से में आकर उसने दीक्षा का गला दबा दिया। इमरान ने बताया कि दीक्षा उस पर शादी का दबाव डाल रही थी जबकि वो शादी के लिए राजी नहीं थी। पिछले दो ढाई महीने से दोनों के बीच पुराने प्रेमी के मैसेज और बातचीत को लेकर झगड़ा चल रहा था.
दीक्षा 4-5 साल रही किसी ओर के साथ लिव इन में-इमरान
इमरान ने बताया कि दीक्षा की शादी 2008 में हुई थी लेकिन दो साल बाद तलाक हो गया क्योंकि उसका पति शराब पीता था औऱ कुछ काम नहीं करता था। वहीं इसके बाद दीक्षा 4-5 साल किसी ओऱ के साथ लिव इन में रही लेकिन इस बीच उसकी मुलाकात मुझसे हुई। प्रॉपर्टी के काम के सिलसिले के चलते दोनों की मुलाकात हुई और अफेयर शुरु हो गया। दोनों पिछले एक साल से लिव इन में हैं लेकिन उसने पहले भी दीक्षा के फोन में एक्स बॉयफ्रेंड के मैसेज देखे। इमरान ने कहा कि वो पुराने प्रेमी से बात करती थी जो उसे पसंद नहीं था। बर्थडे के दिन भी उसको पुराने प्रेमी का मैसेज आया था जिसे देख वो आग बबूला हो गया और उसने उसका गला दबाकर हत्या कर दी औऱ दीक्षा का फोन और कार लेकर फरार हो गया। इमरान ने कहा कि वह किसी तरह दीक्षा से पीछा छुड़ाना चाहता था पुलिस ने घटना का खुलासा कर आरोपी को न्यायालय के समक्ष में पेश करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
इमरान ने होटल में नहीं दी थी अपनी आईडी-डीएम
जानकारी मिली है कि इमरान ने होटल में अपनी आईडी नहीं दी थी क्योंकि वो अपनी आईडी देकर अपना नाम सार्वजनिक नहीं करना चाहता इसलिए उनके साथ आए अन्य साथियों ने अपनी आईडी होटल में जमा की थी। डीएम का कहना है कि होटल वालों की इस लापरवाही के लिए उन पर कार्रवाई की जाएगी।
दीक्षा के परिवार वालों का बयान
दीक्षा के परिवार वालों का कहना है कि वो वहां से भागकर यहां आया और उसकी बेटी को कहा कि उसकी मम्मी फोन घर भूल गई है औऱ इस कारण उसकी बेटी से फोन का पासवर्ड पूछा और फरार हो गया।परिवार वालों का कहना है कि इमरान ने उन्हें धोखे में रखा अगर उन्हें पता होता कि वो ऋषभ नहीं इमरान है तो वो बेटी से मिलने नहीं देता।
आपको बता दें कि घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने कई टीमें बनाकर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए रवाना की जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया था।