लालकुआं विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने पर उठे बगावत के सुर, दुर्गापाल के आवास पर बवाल
, लालकुआं : लालकुआं विधानसभा से कांग्रेस से पूर्व ब्लाक प्रमुख संध्या डालाकोटी को टिकट मिलने के बाद बगावत के सुर उभरने लगे है। इस विधानसभा से दावेदारी कर रहे दो दावेदार समर्थकों से विचार विमर्श कर चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे हैं।
लालकुआं विधानसभा से पूर्व ब्लाक प्रमुख संध्या डालाकोटी के साथ ही पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल, पूर्व पीसीसी सदस्य हरेंद्र बोरा व कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता बीना जोशी व पीसीसी सदस्य राजेंद्र खनवाल टिकट की दावेदारी में थे। लेकिन कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने संध्या डालाकोटी को टिकट दिया है। ऐसे में अन्य दावेदारों में नाराजगी स्पष्ट दिखाई दे रही है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल व पूर्व में कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ चुके हरेंद्र बोरा ने स्पष्ट कहा है कि वह निर्दलीय चुनाव लडऩे को लेकर मंगलवार को कार्यकर्ताओं व समर्थकों से विचार विमर्श करेंगे। अगर समर्थक चाहेंगे कि चुनाव लडऩा है तो वह निर्दलीय ही चुनाव लड़ेंगे।
लालकुआं विधानसभा से है बगावत का पुराना नाता
राज्य में विधानसभा क्षेत्रों का परिसीमन होने के बाद से ही कांग्रेस में बगावत का पुराना नाता है। वर्ष 2012 में कांग्रेस ने हरेंद्र बोरा को टिकट दिया था। लेकिन हरीश चंद्र दुर्गापाल ने निर्दलीय चुनाव लड़कर बंपर जीत हासिल की। जिसके बाद हरीश रावत सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री का पद भी दिया था। वर्ष 2017 में कांग्रेस ने पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल को टिकट दिया। उस समय हरेंद्र बोरा ने निर्दलीय चुनाव लड़कर शानदार प्रदर्शन किया था। लेकिन मोदी लहर में कांग्रेस प्रत्याशी हरीश चंद्र दुर्गापाल व कांग्रेस से बगावत कर चुनाव लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी हरेंद्र बोरा चुनाव हार गए। और भाजपा से नवीन दुम्का ने विराट विजय हासिल की।