देहरादून में बारिश का कहर : बिंदाल नदी के उफान पर आने से टूटा पुश्ते का बड़ा हिसा, एक दर्जन मकान ध्वस्त, 50 क्षतिग्रस्त

देहरादून : बीती रात देहरादून में बारिश के कारण कहर बरपा। तेज बारिश के कारण बिंदाल नदी का जलस्तर बढ़ गया और इसका खामियाजा गांधीग्राम स्थित सत्तोवाली घाटी में रह रहे लोगों को भुगतना पड़ा। बीती रात हुई बारिश के कारण करीब 9:30 बजे बिंदाल नदी उफान पर आ गई जिससे सत्तोवाली घाटी में बने पुश्ते का बड़ा हिस्सा टूट गया। जिसके चलते करीब एक दर्जन मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गए, जबकि करीब 50 मकानों में काफी नुकसान हुआ।इसी के साथ पुलिया भी बह गया। वहीं सूचना पाकर मौके पर मेयर सुनील उनियाल गामा समेत कई नेता पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया।

बीती रात का मंजर भयानक, रोते बिलखते रहे लोग

आपको बता दें कि बीती रात का मंजर भयानक था और लोग सहमे हुए थे। बारिश के कारण बिंदाल नदीं का पानी उफान पर आ गया और वहां नदी किनारे रह रहे लोगों के मकानों में दीवारों पर दरारें आ गईं। इसी के साथ फर्श तक टूट गए। गनीमत रही कि इस दौरान जनहानि नहीं हुई। हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस-प्रशासन राहत और बचाव कार्य के लिए पहुंचा। प्रशासन ने आसपास के करीब साठ मकान खाली करा दिए व प्रभावित परिवारों को नगर निगम के रैन बसेरों, धर्मशालाओं और सरकारी स्कूलों में शिफ्ट किया।

मौके पर पहुंचे मेयर और विधायक

बता दें कि सूचना पाकर मौके पर महापौर सुनील उनियाल गामा और क्षेत्रीय विधायक हरबंस कपूर भी पहुंचे। जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार ने बताया कि प्रभावित परिवार सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिए गए हैं। वहां के निवासी सुरेंद्र ने बताया कि अचानक रात करीब 9.30 बजे नदी उफान पर आने से पुश्ते का एक बड़ा हिस्सा टूट गया लेकिन गनीमत यह रही कि उस दौरान सभी लोग वहां ना होकर सुरक्षित स्थान पर खड़े थे। देखते ही देखते करीब एक दर्जन मकान ध्वस्त हो गए और बाकी मकानों में दरारें पड़ गईं। बिंदाल नदी के ऊफान पर आने से सिर्फ पुश्ता ही नहीं टूटा, बल्कि एक पुलिया तक बह गई। पुलिया बहने से प्रशासन की टीमों को राहत व बचाव कार्य में परेशानी हुई। इधर से उस पार जाने के लिए सीढ़ी लगाकर नदी को पार करना पड़ा। जिसके जो हाथ आया वो उसे लेकर भागा और सुरक्षित जगह पर पहुंचाया। कुछ लोग बच्चों को गोद में लेकर भागे तो कुछ सामान लेकर।

किसी का बहा टीवी किसी का घर का सारा सामान

सभी रोते बिलखते रहे। किसी का टीवी बह गया को किसी का फ्रीज..किसी का घर के कई सामान बह गए तो किसी का कीमती सामान। लोग बिलखते रहे और प्रशासन से यही कहते रहें कि वो अब कहां जाएंगे और क्या खाएंगे। राहत और बचाव कार्य करसभी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है और खाने पीने की व्यवस्था की गई है।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *