देवभूमि का एक और लाल देश के लिए शहीद, 2022 में होने वाले थे रिटायर, लेकिन घर पहुंचा पार्थिव शरीर
देवभूमि का एक और लाल देश के लिए शहीद हो गया है। उत्तराखंड के लिए आज का दिन खराब रहा। सुबह सुबह खबर आई कि सीपीयू के दारोगा की सड़क हादसे में मौत हो गई है। इसके बाद हल्द्वानी क्षेत्र की एक चौकी में तैनात सिपाही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रात होते-होते एक और बुरी खबर देश की सीमा से सामने आई है। जी हां बता दें कि उत्तराखंड का एक और लाल देश के लिए शहीद हो गया है।
पौड़ी जिले के सूबेदार राम सिंह भंडारी जम्मू कश्मीर के राजौरी में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए हैं। सेना के सूत्रों के मुताबिक राजौरी के थानामण्डी क्षेत्र में आतंकियों के खिलाफ सेना का ऑपरेशन चल रहा था। सुबह तक चले ऑपरेशन में दो आतंकियों को मार गिराया गया था। तीसरे आतंकी के संदेह में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। उसी दौरान घात लगाकर आतंकी ने बर्स्ट मार दिया जिसकी चपेट में सूबेदार राम सिंह आ गए और बुरी तरह जख्मी हो गए। चिकित्सकों की टीम ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन अधिक खून बह जाने के कारण वो शहीद हो गए।
शहीद सूबेदार राम सिंह का परिवार मेरठ में रहता है। वे मूल रूप से पौड़ी जिले के सलाना गांव के रहने वाले थे। सूबेदार राम सिंह 16 वीं गढ़वाल राइफल में तैनात थे। पौने 2 साल से वह राष्ट्रीय राइफल के साथ कार्यरत थे। उन्हें फरवरी 2022 में रिटायर होना था। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने सूबेदार राम सिंह के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।