उत्तराखंड : मंत्री-विधायक मांग रहे 2-2 टिकट, भाजपा की बढ़ी टेंशन, क्या छिड़ेंगे बगावती सुर?
देहरादून : उत्तराखंड में 14 फरवरी को मतदान होना है और 10 मार्च को फैसला हो जाएगा की जनता ने किस पर भरोसा कर वोट किया और सत्ता सौंपी। पार्टियों में टिकट बंटवारे को लेकर मंथन जारी है। दिग्गजों की दून से दिल्ली की दौड़ भी लगातार जारी है। कांग्रेस में बैठक चल रही है. हाईकमान ने लगभग नाम फाइनल कर लिए हैं। वहीं भाजपा में बैठकों का दौर जारी है। प्रह्लाद जोशी बैठक ले चुके हैं। वहीं भाजपा में टिकट बंटवारे को लेकर मंथन जारी है। एक बार फिरसे बीजेपी में टेंशन बढ़ गई है।
बता दें कि बीजेपी इस बार परिवार वाले को टिकट देने की मांग को लेकर टेंशन में आ गई है।बीजेपी में एक परिवार से दो टिकट के लिए कई विधायक मंत्री पार्टी पर दबाव बना रहे हैं.बता दें कि इनमे सबसे आगे नाम है कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का। हरक सिंह रावत और उनकी बहू जिस तरह से राजनीति में संक्रिय हैं इससे पहले ही अंदाजा लगाया जा चुका था कि वो अपनी बहू को राजनीति के मैदान में उतारेंगे और टिकट की मांग करेंगे। चुनाव नजदीक आते ही हरक बहू के लिए टिकट की दावेदारी कर रहे हैंय़
वहीं दूसरा नाम है कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज का जो अपने परिवार के लिए एक और टिकट की मांग कर रहे हैं। इसी के साथ विधायक मुन्ना सिंह चौहान भी अपनी पत्नी के लिए टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। इतना ही नहीं खानपुर से विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन भी अपनी पत्नी के लिए पार्टी से टिकट मांग रहे हैं। परिवार वाद को टिकट देने से बीजेपी में टेंशन बढ़ गई है।
एक परिवार से मिले दो टिकट तो पार्टी के कई नेताओं का झटका लगने की उम्मीद है। क्योंकि कइयों को ये रास नहीं आएगा और अगर कुछ को दो टिकट दिए और कुछ को नहीं तो बगावत के सुर भी छिड़ सकते हैं। एक परिवार दो टिकट देने जाने पर मदन कौशिक का बयान सामने आया है। मदन कौशिक ने कहा कि पार्टी का नीतिगत मामला है। इस पर मंथन चल रहा है।