रूडकी माधोपुर की घटना पर पूर्व कैबिनेट मंत्री का ब्यान,गौकशी के आरोपियों को मारी जाए गोली
गौकशी के आरोप में लिप्त वसीम की तालाब में डूबने के बाद हुई मौत के बाद गाँव में तनाव के चलते जमकर हंगामा हुआ और कांग्रेस विधायकों और आजाद समाज पार्टी के पदाधिकारियों ने भी कार्रवाई को माँग कर अस्पताल में पोस्टमार्टम हाउस के बाहर धरना भी दिया था। वहीं आज भाजपा के नेताओं के साथ पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने एक निजी होटल में पत्रकार वार्ता कर कहा कि वसीम की पुलिस ने हत्या नही की बल्कि वह गोमांस तस्कर था और पुलिस से बचने के चक्कर मे तालाब में कूद गया था जिससे उसकी मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि गौसेवा आयोग ने गौ संरक्षण स्क्वायड का गठन किया है जिसमें पुलिस के कर्मचारी शामिल हैं। उक्त टीम गौकशी की सूचना पर माधोपुर गांव में गई थी जिसे एक व्यक्ति गौमांस ले जाता हुआ दिखा। पुलिस टीम ने उसे चेकिंग के लिए रोका तो उसकी बाइक से मांस का कट्टा गिर गया पकड़े जाने के डर से वह तालाब में कूद गया और उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि इस मौत में पुलिस का कोई हाथ नहीं है। वहीं उन्होंने कहा कि जिस परिवार का वह युवक था उस परिवार पर गौकशी के पहले से ही सात मुकदमे दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि गौकशी करने वालों को शीशे की गोलियों से बींद देना चाहिए। वहीं उन्होंने कांग्रेस विधायकों पर निशाना साधते हुए कहा कि गौ हत्यारों का संरक्षण करने के लिए जो जनप्रतिनिधि धरना दे रहे हैं उसकी कड़ी निन्दा करते है जिन लोगों ने कानून तोड़ने की कोशिश की सभी पर मुकदमा लिखा जाना चाहिए ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कारवाई करनी चाहिए।